ज्योतिर्मठ नगर के डाडों गाँव मे आयोजित श्रीमदभागवत कथा के पहले दिन कथा व्यास डॉ प्रदीप सेमवाल ने कथा का आरंभ मंगलाचरण एवं गणेश पूजन वंदना से किया। उन्होंने भागवत कथा के महत्व एवं प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए श्रोताओं को कथा श्रवण के लाभोँ से अवगत कराया।
आचार्य डॉ सेमवाल ने भागवत पुराण के विभिन्न स्कन्दों का संक्षिप्त परिचय देते हुए प्रथम दिवस पर मुख्य रूप से कथा की भूमिका और भागवत कथा श्रवण से मिलने वाले पुण्यदायी फलों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए श्रोताओं की जिज्ञासा को शांत किया।
उत्साह व भक्तिपूर्ण वातावरण मे शुरू हुई श्रीमदभागवत कथा सप्ताह पर्यन्त अनवरत चलेगी। कथा के मुख्य यजमान की भूमिका मे पंडित अशोक सती व अमित सती के साथ ही पंडित आदित्य भूषण सती, सतीश सती व अजय सती हैं।
कथा समागम से पूर्व प्रातः पंचाग व भद्र पूजन के उपरांत पवित्र भागवत के साथ भव्य कलश यात्रा शुरू हुई जो मुख्य सड़क से माता नन्दा देवी एवं माँ भुवनेश्वरी के मंदिरों मे दर्शनों के बाद कथा मंडप तक पहुंची, इस दौरान परंपरागत परिधानों मे मौजूद महिलाओं के कीर्तन -भजनों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया था।
कुल पुरोहित पंडित जानकी प्रसाद बहुगुणा के मार्गदर्शन मे पंडित प्रेम कोटियाल, अभिषेक बहुगुणा, विनय कोटियाल व हिमांशु बहुगुणा ने कथा प्रारम्भ होने से पूर्व की पुजाएँ सम्पादित की।
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