आद्य गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित भविष्य बद्री के दर्शन कर पुण्य के भागी बनें:--- शंकराचार्य।।

--------- प्रकाश कपरुवांण।
ज्योतिर्मठ-जोशीमठ,11जून।
ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू  शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले  तीर्थ यात्रियों से  भगवान बद्री विशाल के दर्शनों के उपरांत आद्य शंकराचार्य द्वारा स्थापित भगवान भविष्य बद्री धाम  के दर्शनों को भी अवश्य पहुंचे।
शंकराचार्य ने कहा कि भगवान बद्री विशाल की तरह भविष्य बद्री विशाल भी तमाम सनातनी  धर्मावलंबियों के आराध्य देव हैं।
 रविवार को ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने भविष्य बद्री धाम  वहां पहुंचकर  पूजा/अर्चना की, इस दौरान उन्होंने तमाम हिंदू धर्मावलंबियों को संदेश दिया कि सभी धर्मावलंबियों को प्रत्येक धाम को महत्व देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बद्री विशाल के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों को भविष्य बद्री के दर्शन भी करने चाहिए। 
भविष्य बद्री पहुंचने पर सुभाई ग्राम के ग्रामीणों ने ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज का भब्य स्वागत किया। अपने आशीर्वचन मे उन्होंने भक्तों से अथिति देवो भवः की सनातन परंपरा का अनवरत निर्वहन करने का आव्हान करते हुए कहा कि भविष्य बद्री पहुंचने वाला प्रत्येक श्रद्धालु यहाँ से अच्छा संदेश लेकर जाय।
ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज के भविष्य बद्री मंदिर दर्शन/पूजन के दौरान बड़ी संख्या मे ग्रामीणों के अलावा जोशीमठ नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, डॉ सुदर्शन सिंह भंडारी,  पूर्व ईओ भगवती प्रसाद कपरुवांण,ओम प्रकाश डोभाल, जिला पंचायत चमोली की पूर्व अध्यक्ष विजया रावत सहित अनेक गणमान्य लोग व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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