जोशीमठ,23 अक्टूबर।
17 से 19 अक्टूबर तक हुई मूसलाधार बारिश ने यूं तो जोशीमठ से मलारी-नीती मोटर मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गई थी, लेकिन सुराइथोटा से आगे तमक में सड़क को काफी नुकसान हुआ है, यहाँ एक बार फिर चट्टान से पत्थरों की वर्षात शुरू हुई है,जिसके कारण मार्ग खोलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।तमक वही स्थान है जहां पर बीते अगस्त माह मे यातायात बहाल करने में 17 दिनों का समय लग गया था।
बीआरओ द्वारा जोशीमठ से तमक तक मार्ग दुरस्त कर यातायात बहाल कर दिया है, लेकिन तमक मे सड़क खोलने में कितना समय लगेगा यह पत्थरों की वर्षात थमने के बाद ही पता चल सकेगा।
तमक में सड़क अवरूद्ध होने से नीती घाटी के ऋतुप्रवासी गांवों के ग्रामीण जो अमूमन विजिया दशमी पर्व के बाद शीतकालीन प्रवासों की ओर लौटना शुरू होते हैं, वे सभी सड़क बन्द होने के कारण घाटी में ही फंस गए हैं। बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के बाद घाटी में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है जिसके चलते ग्रामीण वीमार भी हो रहे हैं।
जोशीमठ-नीती मोटर मार्ग पर तमक मे ऐसे स्थान पर सड़क अवरुद्ध है जहां पर कहीं से भी पैदल आवागमन भी नहीं किया जा सकता है।
बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार जोशीमठ-मलारी रोड पर शलधार मे दोनों ओर सड़क ध्वस्त हो गई थी, इन स्थानों पर नई कटिंग कर यातायात बहाल कर दिया है, लेकिन तमक मे यदि पत्थरों की वर्षात कम हुई तो 26 अक्टूबर तक यातायात बहाल किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि तमक मे इस बार बोल्डर व पत्थरों ने सड़क को भी ध्वस्त कर दिया है, सड़क कितनी डैमेज हुई है यह मलवा हटने के बाद ही पता चल सकेगा, उनका कहना था कि बीआरओ का पूरा प्रयास है कि 26 अक्टूबर तक मार्ग खोला जा सके।
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