जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र के सभी नौ वार्डों के मूल/पुश्तेनी निवासियों निवासियों ने रविवार को जोरदार प्रदर्शन कर विशाल जुलूस निकाला,प्रदर्शन के दौरान मूल निवासी हल व कंडी, तथा सरकार व एनटीपीसी विरोधी नारे लिखी सैकड़ों तख्तियां हाथों मे लेकर चल रहे थे।
करीब दो हजार से अधिक मूल निवासियों ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए सड़कों पर उतरकर एकता का परिचय तो दिया ही है,सरकार को भी मूल/पुश्तेनी निवासियों के बारे मे अलग से सोचने को विवश कर दिया है।
मूल/पुश्तेनी निवासियों का जुलूस तपोवन टैक्सी स्टैंड से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ तहसील प्रांगण पहुंचकर एक विशाल सभा मे तब्दील हुआ।
सभा को संबोधित करते हुए "मूल निवासी स्वाभिमान संगठन"के अध्यक्ष आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल ने कहा कि जोशीमठ नगर के मूल निवासी केवल और केवल अपने मूल एवं पुश्तेनी हकों को सुरक्षित रखने की बात कर रहे हैं, और अपने हक हकूक व अधिकारों की बात करना हमारा कर्तब्य है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे राजनैतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं जो सरासर गलत है, अपने अस्तित्व व परंपरागत हकहकूकों की रक्षा करना सबका अधिकार है। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन एक गैर राजनैतिक संगठन है और जोशीमठ को बचाने एवं मूलनिवासियों के हकों को सुरक्षित रखने के लिए यह संगठन निरंतर संघर्षरत रहेगा।
अध्यक्ष श्री उनियाल ने कहा कि जोशीमठ के मूल निवासियों की मारवाड़ी से लेकर औली व होसी-रविग्राम से मनोटी-औली तक अपनी भूमि है,और अपनी गाय बछिया लेकर जोशीमठ से बाहर कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने मूल निवासियों की जायज व न्यायोचित मांगो को नहीं सुना तो इस बार तो केवल हल के साथ प्रदर्शन किया अगली बार गाय, बछिया व बैलों के साथ प्रदर्शन मे उतरेंगे।
संगठन की युवा मोर्चा टीम का आंदोलन को सफल बनाने तनमन से सहयोग सराहनीय रहा।
संगठन के मीडिया प्रभारी प्रवेश डिमरी के संचालन मे हुई इस सभा को संगठन के प्रधान संरक्षक ऋषि प्रसाद सती, उपाध्यक्ष प्रकाश नेगी, संरक्षक भगवती प्रसाद नंबूरी,व पूर्व सभासद पुष्पा देवी आदि ने संबोधित किया।
मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के सचिव समीर डिमरी ने मुख्यमंत्री को संबोधित 15 सूत्रीय ज्ञापन पढ़ा, जिसे संगठन के पदाधिकारियों ने एसडीएम चन्द्रशेखर बशिष्ठ को सौंपा।
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