जुगजु गाँव-राहत शिविर में जीवन यापन को विवश ।

------------------------------ प्रकाश कपरूवान ।
जोशीमठ।03 सितम्बर,

सीमान्त जनजाति गाँव जुगजु के ग्रामीण गाँव से एक किमी दूर प्राथमिक विद्यालय में बने राहत शिविर में ही रहने को विवश हो गए हैं।
दरसअल जुगजु गाँव के ठीक ऊपर से चटटान टूटने की घटना के बाद से ग्रामीण भयभीत हैं, पहले दिन जब चटटान टूटना शुरू हुआ तो ग्रामीणों ने घरों से भाग कर गुफाओं मे शरण ली।अगले दिन स्थानीय प्रशासन को सूचना दिए जाने के बाद प्रशासन ने ग्रामीणों की ब्यवस्था गाँव से एक किमी की दूरी पर रैणी चक लाता के प्राथमिक विद्यालय में की। तब से गाँव के 11 परिवार इसी राहत शिविर मे ही रह रहे हैं।
17 परिवारों के जुगजु गाँव पर चटटान मुसीबत बन कर टूट रही है,जुगजु निवासी पूर्व बीडीसी सदस्य संग्राम सिंह के अनुसार 11 परिवार राहत शिविर में रह रहे हैं, जबकि6 परिवार तपोवन व जोशीमठ में अपने स्कूली बच्चों के कमरों में रह रहे हैं।उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रशासन की ओर से राशन की ब्यवस्था की गई है।
ग्रामीण दिन में गाँव मे जाकर डर के साये में खेती बाड़ी कर रहे हैं ओर सांझ ढलने से पहले राहत शिविर में पहुंच रहे है।
पूर्व बीडीसी सदस्य ने कहा कि हालांकि प्रशाशन की ओर से अभी तक गाँव व राहत शिविर में कोई नहीं आया,लेकिन राशन की ब्यवस्था प्रशासन द्वारा अवश्य की गई जिसे वे जोशीमठ से स्वयं ही लेकर आये।उनका कहना है कि 17 परिवारों को बचाने का एकमात्र विकल्प विस्थापन ही है, जिसकी माँग वर्षो से की जा रही है 

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